किसी के साथ प्यार में होने का अपना एक अलग अहसास है। यह आपको बेहद खुशी देता है। लेकिन एक सच यह भी है कि रिश्ता दो लोगों से मिलकर बनता है और इसलिए एक रिश्ते में प्यार तभी बरकरार रहता है, जब दोनों पार्टनर अपने साथी की जरूरतों व उसकी खुशी को भी उतना ही महत्व देते हों।
हालांकि कई बार हम अनजाने ही बेहद स्वार्थी हो जाते हैं और हमें इसका पता भी नहीं चलता, जिसका असर रिश्ते पर पड़ने लगता है। हम यह नहीं कह रहे हैं कि अपने बारे में सोचना गलत है। यकीनन एक रिश्ते में होते हुए भी आप एक अलग व्यक्तित्व हैं और आपकी अपनी प्राथमिकताएं हो सकती हैं।
लेकिन सिर्फ और सिर्फ अपने बारे में सोचना स्वार्थी होने की निशानी है। आप खुद के बारे में सोचें, लेकिन इसके साथ-साथ पार्टनर को भी उतना ही महत्व देना जरूरी है।